अन्नकूट २०१५


जिस तरह उत्तर भारत में दिवाली का त्यौहार बेहद खास होता है, उसी तरह से अलीगढ़ में हमारे घर में भी होता है| मगर दिवाली के अगले दिन का कार्यक्रम इतना अधिक तय है कि पिछले सोलह सत्रह साल से इसमें किसी भी गम – ख़ुशी के बाद भी कोई परिवर्तन नहीं आया है|

सुबह साढ़े सात बजे चाय पीकर मैं सुदामापुरी जाता हूँ, अन्नकूट के लिए सभी सब्जियाँ लेने| उस से पहले चाय पीते समय घर में मौजूद सब्जियों के बारे में मुझे बताया जाता है| दरअसल अन्नकूट बहुत सारी सब्जियों से मिलकर बनती है और उस दिन अधिक से अधिक सब्जियाँ इकट्ठी करना हमारा शौक है| हमेशा १०८ को लक्ष्य मानकर चला जाता है जो कम ही पूरा होता है| पिछले साल केवल ७५ सब्जियाँ हुई थी| अभी तक इस लक्ष्य के लिए फ्रोजन फ़ूड का प्रयोग नहीं किया गया है, न शायद आगे किया जायेगा| आखिर त्यौहार पर स्वाद का मामला है|

सुदामापुरी में इस बार सौ रुपये किलो का भाव था| मेरी पसंदीदा दुकान पर हर ग्राहक को टोकरियाँ और छुरियाँ दी गयीं थीं| मेरा लक्ष्य है कम से कम वजन और अधिक से अधिक सब्जी| इस बार भी दुकान पर लगभग ७० सब्जियाँ है| बहुत छोटे छोटे टुकड़े करने के बाद भी १.६ किलोग्राम का वजन हुआ| मैं इतनी कम गिनती के साथ घर नहीं जाना चाहता| मेरे बेटे का पहला अन्नकूट है जब वो १०० तक गिन सकता है| मुझे गिनती पूरी करनी है| मैं और दुकानों में जाता हूँ और एक दुकान पर मुझे दो दर्जन भर नई सब्जियाँ नजर आतीं है| आधा किलो सब्जियाँ और खरीदी गयीं|

हमेशा की तरह साढ़े नों बजे घर पहुंचा हूँ| अब साफ़ चादर पर सब्जियाँ सजाई जाएँगी, गिनी जाएँगी| और उनका चित्र उतरा जायेगा| उनकी सूची बनेगी| मैं बहुत सारे नाम भूल जाता हूँ| सारी सब्जियों के नाम दुकानदार भी नहीं जानते, या भूल जाते हैं| यह पूरा एक घंटे का कार्यक्रम है| जिस में महिलाऐं रूचि और अरुचि दोनों रखतीं हैं| उन्हें जल्दी से सब्जी साफ़ करनी और काटनी है| वर्ना कुछ सब्जियाँ ख़राब हो सकतीं हैं|

सफ़ेद चादर पर पापा और बेटे ने मिलकर सब्जियाँ सजा दी हैं| बाबा और नाती ने गिनती पूरी कर ली है| अभी ९८ सब्जियाँ ही हुईं है| चलो पहले लिस्ट बनाते हैं| कायस्थ परिवार प्रायः दिवाली पूजन के बाद दौज पूजन तक कलम नहीं चलाते, मैं कंप्यूटर भी प्रायः नहीं लिखता| मगर… यह हमारा अपवाद हैं| लिस्ट पूरी होने तक घर में कुछ और विकल्प तलाशे जायेंगे|

  1. ग्वारपाठा (अलोएवेरा)
  2. प्याज
  3. आलू
  4. अरबी किस्म १
  5. अरबी किस्म २
  6. अमरुद
  7. सेब
  8. ब्रोकली
  9. गोबी
  10. पत्तागोबी
  11. बैगनी पत्ता गोबी
  12. मूली
  13. टमाटर
  14. आंवला
  15. करीपत्ता
  16. बथुआ
  17. राजमा फली
  18. रमास फली
  19. अमेरिकन कद्दू
  20. सीताफल
  21. काशीफल
  22. हरसिंगार पत्ता
  23. हरसिंगार फूल
  24. कचालू
  25. *पत्ता*
  26. कटहल
  27. हरी प्याज
  28. नीबू
  29. हरा धनिया
  30. हरी मिर्च
  31. अदरक
  32. लहसुन
  33. कुल्फा
  34. पटसन फूल
  35. लाल मूली
  36. लाल मूली पत्ता
  37. शलगम
  38. शलगम पत्ता
  39. *जंगली करेला*
  40. बैगनी सेंगरी
  41. *बीन्स*
  42. सेंध
  43. जिमीकंद
  44. रतालू
  45. अनन्नास
  46. मैथी पत्ता
  47. सोया पत्ता
  48. पोदीना
  49. *फल*
  50. *फल*
  51. हरा नारियल
  52. चना साग
  53. सहजन फली
  54. लाल चौलाई
  55. गूलर फल
  56. बेबी कॉर्न
  57. स्वीट कॉर्न
  58. गाजर
  59. करेला
  60. *कंद*
  61. *छोटा टिंडा*
  62. हरी हल्दी
  63. अनारदाना
  64. कच्ची इमली
  65. कमरख
  66. कच्चा केला गूदा
  67. कच्चा केला छिलका
  68. कच्चा आम
  69. गोल गहरा बैगनी बैगन
  70. गोल हल्का बैगनी बैगन
  71. लम्बा बैगनी बैगन
  72. लम्बा हरा बैगन
  73. छोटा बैगन
  74. *पीला बैगन* (सफ़ेद बैगन नहीं मिला)
  75. पालक
  76. गांठ गोबी
  77. गांठ गोबी पत्ता
  78. लेट्तुस
  79. तरबूज
  80. हरी मटर
  81. चपटी सेम
  82. मोटी सेम विदेशी सेम
  83. कुकुरमुत्ता (मशरूम)
  84. सिंगाड़ा
  85. लाल शिमला मिर्च
  86. हरी शिमला मिर्च
  87. तोरई
  88. कच्चा पपीता
  89. मौसमी
  90. कुंदुरू
  91. झरबेरी
  92. *हरी सब्जी/ फल*
  93. कमल ककड़ी
  94. अरबी बोड़ा
  95. चुकंदर
  96. परवल
  97. भिन्डी
  98. खीरा
  99. लौकी
  100. पार्सले
  101. पालक
  102. मूली पत्ता
  103. सरसों पत्ता
  104. सरसों फूल
  105. तुलसी पत्ता
  106. सहजन पत्ता
  107. सहजन फूल
  108. मेवे (काजू बादाम पिस्ता)

यह नोट किया गया कि इस मौसम के कुछ सामान जैसे शकरकंद, हरी सौंफ रह गए, जिन्हें लाया जा सकता था| सब्जी सजाते और लिस्ट बनाते में ११ बज गए हैं|

अगले डेढ़ घंटे तक दो लोग सब्जी काटेंगे| कोई भी सब्जी १० ग्राम से अधिक नहीं जाये और पत्तेदार सब्जियाँ कुल मिला कर दो तिहाई से कम हों| मसाले वाली सब्जी जैसे हरी हल्दी सही अनुपात में ही रहें| हम जानते है कि अगर सब्जियाँ सत्तर से अधिक हैं तो विशेष स्वाद आयगा वर्ना तो खाना सिर्फ खाने लायक ही बनेगा|

करीब एक बज चुका है| साधारण हींग जीरे के बेहद सादा मसाले में सब्जियों को छोंका जा रहा है| सूखा धनिया और हल्दी भी डाली जा सकती है| सभी कटी सब्जियाँ प्रेशर कूकर में डाल दी गयीं है| मध्यम आंच| तीन या चार सीटी| कुल मिला कर १० मिनिट आंच पर|

हल्का खाने का मन है तो रोटी वर्ना पूड़ी बनेंगी| इस बार रोटी बनाई जा रही है|

अगले साल का इन्तजार है| हम साल में कई बार मिक्स वेजिटेबल बनायेंगे मगर वो कभी अन्नकूट की जगह नहीं ले पायेगा|

पापा कह रहे हैं, अगर अलीगढ़ में १०८ सब्जियाँ मिल सकतीं हैं तो पूरे भारत में १००८ से अधिक तो हर हाल में होंगी| पापा शायद एक महान समारोह की परिकल्पना कर रहे है|

4 विचार “अन्नकूट २०१५&rdquo पर;

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